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अच्छी-खासी मस्ती पै गोला दग रए एँ / नवीन सी. चतुर्वेदी

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अच्छी-खासी मस्ती पै गोला दग रए एँ।
धौंताए सूँ टी बी पै गोला दग रए एँ॥

दोउ तरफ के बड़े-बड़े सब-लोग सुरक्षित।
बस गरीब आबादी पै गोला दग रए एँ॥

कबू-कभार बिकास कछुक यों हू लागै ज्यों ।
हरी-भरी फुलबारी पै गोला दग रए एँ॥

कोन सौ दिन होबैगौ जब जै न्यूज सुनंगे।
नफरत की सहजादी पै गोला दग रए एँ ॥

बउअन में बिटियन कूँ ढूँढ्यौ तब समझे हम।
कहूँ जाउ बिटियन ही पै गोला दग रए एँ॥