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अच्छे दिन आने वाले हैं / पवन करण
Kavita Kosh से
गुजरात की तर्ज पर सबको सबक सिखाने की
इच्छा रखने और पूरे देश को गुजरात बनाने का
सपना देखने वालों के अच्छे दिन आने वाले हैं
पाँच हज़ार साल पहले से चलकर
बरास्ते उन्नीस सौ बानवे, दो हज़ार बारह तक
आने वालों के अच्छे दिन आने वाले हैं
सिर पर मैला ढोने को आध्यात्मिक अनुभव कहने
और प्रजातन्त्र में राजपुरूष की तरह ख़ुद को
ईश्वर का दूत बताने वालों के अच्छे दिन आने वाले हैं
सत्रह बार सोमनाथ को लुटते देखने और एक बार भी
लूटने वालों से न भिड़ने मगर अब बदले पर उतारू
दिखने वालों के अच्छे दिन आने वाले हैं
उनके अच्छे दिन आने वाले हैं
हम उनके अच्छे दिन लाने वाले हैं ।