अजय सहाब / परिचय
अजय "सहाब" उर्दू के लोकप्रिय आधुनिक शायरों में से एक हैं जिनकी शाइरी को सबसे ज़ियादा गायकों ने अपनी आवाज़ से नवाज़ा है। उनकी शाइरी को जगजीत सिंह ,पंकज उधास ,अनूप जलोटा ,चन्दन दास ,तलत अज़ीज़ , भूपिंदर मिताली , अनुराधा पौडवाल ,सुरेश वाडेकर ,राजेश सिंह ,सुदीप बनर्जी ,उस्ताद ग़ुलाम अब्बास खान ,पीनाज मसानी ,शिशिर पारखी ,अमृता चटर्जी ,पूजा गायतोंडे ,दिवाकर मीणा ,अर्चिता बनर्जी ,कविता पौडवाल ,जैसे सारे नामचीन गायक आवाज़ दे चुके हैं। पंकज उधास के साथ उनके कई एलबम्स आये हैं जिनमें "सेंटीमेंटल ",ख़ामोशी की आवाज़ , और "मदहोश" जिसकी सारी ग़ज़लें अजय सहाब ने लिखी हैं ,प्रमुख हैं। उनकी उस्ताद ग़ुलाम अब्बास खान के साथ 'रूहे ग़ज़ल ",शिशिर पारखी के साथ टी सीरीज़ की "वन्स मोर " और मिस्टिका म्यूजिक की ग्लोबल इंडियन म्यूजिक अवार्ड के लिए गुलज़ार और जगजीत सिंह के साथ नामांकित एल्बम 'रूमानियत ",सुदीप बनर्जी के साथ 'धड़कन धड़कन "अमृता चटर्जी के साथ 'मैं इश्क़ में तुम्हारे "राजेश सिंह के साथ "अल्फ़ाज़ और आवाज़ " की लगभग सारी ग़ज़लें और नज़्में बेहद मक़बूल हुई हैं। विश्व के सबसे भव्य ग़ज़ल उत्सव 'खज़ाना ' का थीम सांग भी उनका ही लिखा हुआ है जिसे हर वर्ष खज़ाना के सारे गायक एक साथ गाते हैं। उनकी शाइरी पर आधारित कार्यक्रम "अल्फ़ाज़ और आवाज़ " दुनिया भर में मशहूर हुआ है और दुबई से लंदन तक इसके कई कॉन्सर्ट हो चुके हैं। उनके दो शेरी मजमुए 'उम्मीद " और "मैं उर्दू बोलूं " प्रकाशित हो चुके हैं और मैं उर्दू बोलूं की रु नुमाई लन्दन के विख्यात नेहरू सेंटर में मेयर राजेश शर्मा के हाथो हुई है। सहाब ने फिल्मों के लिये भी गीत लिखा है और "स्केपगोट" फिल्म उनके गीत पर आधारित थी। उनको कई पुरस्कार और सम्मान मिल चुके हैं जिनमे 'नेशनल स्माइल अवार्ड ' ,साहिर सम्मान ,और "छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान "शामिल हैं। शाइरी के इलावा जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी अजय सहाब ने उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है और मध्य प्रदेश राज्य की पी एस सी परीक्षा में प्रथम स्थान और यू पी एस सी की सिविल सेवा परीक्षा में हिंदी माध्यम से प्रथम स्थान प्राप्त किया है और वर्तमान में कमिश्नर एवं अतिरिक्त महानिदेशक जी एस टी के पद पर कार्यरत हैं।