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अणा कोलाला ना बीरा गऊँड़ा हांगणा / मालवी
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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अणा कोलाला ना बीरा गऊँड़ा हांगणा
बरोठा नी पाकी मसूर
कमला बई नी सेरी बीरा हांकड़ी
यो थो मदनलालजी नो भोको परवार
रे सौदागर बीरा धणी रे घुमर से बीरा आविया
आंवा कटाडूं रे बीरा आमळी
लम्बी बंदाडूं पटसाल