अधिकार / बरीस स्लूत्स्की
मुझे अधिकार था जीने और मरने का ।
भरपूर लाभ उठाया मैंने जीने के अधिकार का
और मृत्यु के अधिकार को पूछा भी नहीं ।
यह-व्यवहार का नैतिक तरीका है
जब युद्ध होते हैं या क्रान्तियाँ ।
हत्या किसी की भी न करो
चाहे वह जर्मन ही क्यों न हो
यदि ऐसा कर सकने की तनिक भी सम्भावना हो
फ़ासिस्ट तक को भी न मारो !
दुश्मन यदि हार न माने
उसे पकड़ा जाता है
डाल दिया जाता है क़ैद में
बड़े और साफ़-सुथरे शिविर में ।
काम कराया जाता है उससे
हर रोज़ आठ घण्टे -- इससे ज़्यादा नहीं ।
उसे खाना दिया जाता है
सिखाया जाता है दुश्मन से दोस्त बनना ।
युद्धबन्दी देर-सवेर लौट जाते हैं अपने देश
युद्ध के बाद का समय
बन जाता है समय युद्ध के पहले का ।
छठे विश्वयुद्ध की क़िस्मत निर्भर करती है इस पर
हम किस तरह पेश आए
पाँचवे विश्वयुद्ध के क़ैदियों के साथ ।
अभिव्यक्ति, अन्त:करण और सभाएँ।
करने के अधिकार से बड़ा
जीने का अधिकार है
किसी को दण्ड देने से अधिक क्षमादान करो
पूरा लाभ उठाओ जीने के अधिकार का
लाभ उठाओ जब तक अशक्त है मरने का अधिकार ।