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अनकही बात के अफ़साने बने जाते हैं / नक़्श लायलपुरी
Kavita Kosh से
यह गीत नक़्श साहब ने एक टी०वी० धारावाहिक के लिए लिखा था। इस गीत के बोल अगर आपके पास हों तो कृपया कविता कोश को उपलब्ध करा दें। हम आपके आभारी रहेंगे।