अनबोलना / लीलाधर मंडलोई
बाघिन के डुकरने से टूटा जंगल का मौन
पास कहीं बकरी का नवजात शिशु मिमियाया
पता न था बाघिन का अर्थ
सहमने को उससे सहमा वह या कहें डरा
मौजूद न था कोई और आस-पड़ोस में
बाघिन की उपस्थिति उसके चेहरे पर थी
उसके लगातार मिमियाने से डरा मैं
बाघिन ने दबे पॉंव बनाई राह और
एक छलॉंग में बच्चे के सामने थी
चीख जैसे उठी हलक से और वह सिमटा अपने भीतर
बाघिन ने भरी ऑंखों देखा बच्चे को
अनबोलने में बोला गया अव्यक्त कुछ
बच्चा आगे बढ़ा और सूंघने लगा
वह दुबक को त्याग पॉंवों के समीप था
रूकी जैसे जंगल की हृदयगति
अकस्मात लपकती जीभ बाहर उभरी
बाघिन ने कुछ और संभावित क्रिया की जगह
बच्चे को चुमकारा और झपकाती अपनी ऑंखें
एक छलॉंग में हुई दृश्य से बाहर
बच्चा कुछ दूर पीछे भागा और
ओझल हो गया कन्हर में
पेड़ों ने राहत की सॉंस ली
पाखियों ने डालियों पर चहकना शुरू किया
दूर कहीं बाघिन के डुकरने की आवाज सुनाई दी
पास कहीं बकरी के बच्चे ने मिमियाना शुरू किया