Last modified on 20 जून 2018, at 03:25

अन्तरंग / थीक न्हात हन / सौरभ राय

तुम मैं हो और मैं तुम हूँ
नुमायाँ है कि हम अन्तरंग हैं

तुम अपने भीतर एक फूल सींचते हो
कि मुझे रूप मिले
मैं अपनी गुफाओं के झाले झाड़ता हूँ
कि तुम्हें मिल सके रोशनी;

मैं तुमसे टिका हूँ
और तुम टिके हुए हो मुझसे

मैं हूँ कि तुम्हें शान्ति मिले
तुम हो कि मुझे मिल सके ख़ुशी!

अँग्रेज़ी से अनुवाद : सौरभ राय