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अपना घर / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
भैया मेरा प्यारा है,
आँखों का वह तारा है।
दीदी भोली-भाली है,
वह फूलों की डाली है।
पापा मेरे अच्छे हैं,
अच्छे है और सच्चे हैं।
मम्मी मेरी रानी है,
रानी क्या, महारानी है!
इसीलिए तो अपना घर,
मुझको लगता है सुंदर।