अपनी अपनी अहमियत, सूई या तलवार।
उपयोगी हैं भूख में, केवल रोटी चार॥
केवल रोटी चार, नहीं खा सकते सोना।
सूई का कुछ काम, न तलवारों से होना।
'ठकुरेला' कविराय, सभी की माला जपनी।
बड़ा हो कि लघुरूप, अहमियत सबकी अपनी
अपनी अपनी अहमियत, सूई या तलवार।
उपयोगी हैं भूख में, केवल रोटी चार॥
केवल रोटी चार, नहीं खा सकते सोना।
सूई का कुछ काम, न तलवारों से होना।
'ठकुरेला' कविराय, सभी की माला जपनी।
बड़ा हो कि लघुरूप, अहमियत सबकी अपनी