अपने कौन, पराये कौन
उसको ये बतलाये कौन
समझाने से समझेगा
पर उसको समझाये कौन
गूँगी-बहरी दुनिया में
सुनता कौन, सुनाये कौन
मन माया में क्यों उलझा?
ये उलझन सुलझाये कौन
धरती कब से प्यासी है
बादल को बरसाये कौन
अपने कौन, पराये कौन
उसको ये बतलाये कौन
समझाने से समझेगा
पर उसको समझाये कौन
गूँगी-बहरी दुनिया में
सुनता कौन, सुनाये कौन
मन माया में क्यों उलझा?
ये उलझन सुलझाये कौन
धरती कब से प्यासी है
बादल को बरसाये कौन