भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अपने बेटे के लिये सलाह / वोल्फ़ वोन्द्राचेक / उज्ज्वल भट्टाचार्य
Kavita Kosh से
हर कमरे में
एक ऐसा कोना
होता है,
जो बाक़ी
तीन कोनों के मुक़ाबले
दिलचस्प होता है —
और
वह कोना
ठीक तुम्हारे सामने होता है ।
मूल जर्मन से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य