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अपने सबसे नज़दीक / विपिन चौधरी
Kavita Kosh से
किसान के हृदय-भीतर ही होती हैं
सबसे अधिक
आशाएँ
कवि रहता है
कागज़, क़लम, दवात के बाद
सबसे ज़्यादा
स्मृतियों में सहारे
जीवन
अपने आख़िरी किनारे पर भी रखता है
एक और जीवन
की उम्मीद
मैंने उस कविता को अपने सबसे क़रीब रखा
जिसमें कई बिम्ब जड़े थे
तुम्हारे मिलन के
और फिर एक रोज़ अचानक
तुमसे
जुदा हो जाने के