अफसुर्दा था मैं, वक़्त ने तेवर बदले
इक पल ने मिरी सोच के पैकर बदले
बस बात ज़रा दिल को थी समझाने की
जैसे मिरी तक़दीर के चक्कर बदले।
अफसुर्दा था मैं, वक़्त ने तेवर बदले
इक पल ने मिरी सोच के पैकर बदले
बस बात ज़रा दिल को थी समझाने की
जैसे मिरी तक़दीर के चक्कर बदले।