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अबहीं बारी है हमारी उमिरिया बाबा / अवधी
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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अबहीं बारी है हमारी उमिरिया बाबा
डारो शादी की अबहीं ना बेडिया बाबा
मै तोरी बगिया की नाजुक कलिया
डोले फिरूँ तोरे अँगना महलिया
तोहरे घरवा की हम हैं अंजोरिया बाबा
कच्चा घडा जैसन हमरी बदनिया
गलि जाई बाबा परी जब पनिया
छाई हमरे जीवन मे अन्हरिया बाबा
ब्याह की जल्दी ना करना तेयरिया
कर देना जब हो अठारह की उमिरिया
तोहरी महकी जब फुलवरिया बाबा