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अबूझा / स्वरांगी साने
Kavita Kosh से
आसमान में उड़ती हर चीज़ दिखाती है
कौआ, तोता,मैना, चिड़िया, कबूतर
पतंग, हवाई जहाज़ भी
हर उड़ती चीज़ देख वह ताली बजाती है।
ज़मीन पर भागती-दौड़ती
चलती-फिरती
बिल्ली-गाय, बकरी
और कार, दुपहिया
देख भी वह खुश होती है
सबसे परिचय कराते-कराते
वह दिखाती है उसे
ये हैं लोग और उनके चेहरे
वह ताली नहीं बजा पाती
हठात् अपने नन्हें हाथ
खुले मुँह पर रख देती है
अनजानापन उसकी आँखों में होता है
और
यह भी कुछ समझा नहीं पाती उसे।