अभियान / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’
थिक हमर धीरताकेर प्रतीक हिमालय,
उज्ज्वलता भारतवर्षक थीक हिमालय,
गौरी-गंगाक जनक, पालक, देवात्मा,
अति उच्च-सभ्यताकेर प्रतीक हिमालय।
हिम सदृश स्वच्छ हृदयक हम भारतवासी,
हिम सम शीतल भावक सबदिन प्रत्याशी,
हमरे घर ज्ञानक प्रथम रश्मि चमकल छल,
हम रहितहु अति प्रतिकूल प्रवाह न भासी।
अभियान चलैत रहल अछि ज्ञान प्रचारक,
निर्माण चलैत रहल अछि उच्च विचारक,
आह्वान चलैत रहल अछि सत्यादर्शक,
सम्मान करैत रहल छी शिष्टाचारक।
अछि किन्तु शस्त्र ओ शास्त्र समाने अधिगत,
इतिहास परशुरामक अछि सबकेँ अवगत,
योगक बल जल-थल-नभ सबतरि सम रूपैँ
गति बनल रहल अछि हमर सदा अप्रतिहत।
अभियान करक अछि आइ शक्ति-सँचय हित,
अभियान हमर सत्पथ पर दृढ़ निश्चय हित,
दानवताकेँ निर्मूल करय भूतलसँ
अभियान हमर ई निज शक्तिक परिचय हित।