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अमरीका / भास्कर चौधुरी
Kavita Kosh से
चना-मुर्रा नहीं खाता अमरीका
लेकिन हमें चना-मुर्रा समझता है
और हम
चना-मुर्रा बेचने वाले की
टोकरी में पड़े
अपने बिकने का
इंतज़ार करते रहते हैं