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अरे भै / नरेन्द्र कठैत
Kavita Kosh से
सुणा त सै!
तुम ये पाड़ै फिकर
जमा नि करा
न लड़ा, न भिड़ा
न तौं धड़ौं
खड़ा करा
नि अब जगा
त अवा ! तै देरादून वळा
गेट बंद करा
अर जु !
गेटा समणा छयां
तुम पैसों वळा खड़ा
वू! जवा!
गैरसैणा सैंणा मा
अपड़ी हदबंदी करा
अरे! पाड़ त जन पैली छा
वू ! अगनै बि
वुनि रै ल्येला खड़ा।