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अलअमां ग़म के मारों की दुनिया / मेला राम 'वफ़ा'

अलअमां ग़म के मारों की दुनिया
चलते फिरते मज़ारों की दुनिया

दाग़ रौशन हैं दिन रात ग़म के
तेरा दिल है सितारों की दुनिया

तेरा दिल है मुरादों का गुलशन
तेरी दुनिया बहारों की दुनिया

एक दुनिया है मायूसियों की
तेरे उम्मीदवारों की दुनिया

इस से मतलब न रख ऐ 'वफ़ा' तू
ये है मतलब के यारों की दुनिया।