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अलविदा / फ़ेदेरिको गार्सिया लोर्का
Kavita Kosh से
अगर मैं मरूँ
तो छज्जा खुला छोड़ देना
बच्चा नारंगी खा रहा है
(छज्जे से मैं उसे देखता हूँ)
किसान हँसिए से बाली काट रहा है
(छज्जे से मैं उसे सुन रहा हूँ)
अगर मैं मरूँ
तो छज्जा खुला छोड़ देना !
अंग्रेज़ी से अनुवाद : विष्णु खरे