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अलूरि / चंदन कुमार झा
Kavita Kosh से
ओ जे एक टा भूखल
अपन भूख मेटयबा हेतु
बेचि देलक किडनी
ओ जे एक टा पत्नी
पतिक प्राण बचयबाक लेल
बेचि रहलैए
अपनहि जनमलकेँ
ओ जे दुनू व्यक्ति
बच्चाक स्कूल-फीस जुमयबा खातिर
लगौने अछि
अपन शोणितक उठौना
साइत... ओकरा सभकेँ
इमान बेचय नहि अबैत छैक
ओ जे एक टा भूखल
अपन भूख मेटयबा हेतु
बेचि देलक किडनी
ओ जे एक टा पत्नी
पतिक प्राण बचयबाक लेल
बेचि रहलैए
अपनहि जनमलकेँ
ओ जे दुनू व्यक्ति
बच्चाक स्कूल-फीस जुमयबा खातिर
लगौने अछि
अपन शोणितक उठौना
साइत ओकरा सभकेँ
इमान बेचय नहि अबैत छैक