अवचेतन में / गब्रियेला गुतीयरेज वायमुह्स / दुष्यन्त
हम वापिस लौटते हैं
भौंरे की तरह
ठीक उन असंयत पूर्वनिर्धारित विचारों तक
हम अपनी त्वचा के आवेग और डर को ख़त्म करते हैं
उसे सुलाकर अपने गद्दों के नीचे
एक सुस्थापित-सी चादर की तरह
बाज़ारू प्लास्टिक फ़्रेम की
हम रोशनी की उम्मीदों पर तारी हो जाते हैं
कब जन्म देने के लिए देनी है रोशनी
हम गपशप करते है
ज़ीरो से गुणा करते हुए अपनी इन्द्रियों के साथ
जोते हुए ज़हरीले खेत दिखें
या गन्ध आए क्षितिजों पर लिख दिए गए नासूरों की
या स्वाद शब्दों के फलों का
पुनरूपयोग की सम्भावनारहित साइबर का स्पर्श
बेसुरा-सा संगीत हो
हमारी अन्तहीन कल्पना के एक ख़ास आने वाले कल का
भूलने की
छह कोणीय दीवार का इन्तज़ार
अवचेतन में करते हैं हम
याद करने की भौतिक सम्भावनाओं के लिए
ठीक-ठीक जुड़े हाथ
आपस में
हम जो हैं पहले से उस पर अंकित निशानों के पैटर्न की स्वच्छता पर
भौंरों की तरह हम विश्वास करते हैं
सोम्ब्रो की बून्द पर काम करते हुए
साँस छोडते हैं रसायनों की हैट पर बून्द-बून्द
भूल जाओ कि बिना कुदरत के हम आगे नहीं बढ़ सकते
कविता अधूरी है अभी
हर बार जब मैं दूसरी तहज़ीब की जुबान तक आता हूँ
ये मुझे रेल तक ले जाता है
कई दिन मैं नहीं जानता बे्रव कॉम्बो
आयरिश और अरब का भेद
कोनो सुर इण्डिजेना और एव मारिया का भेद
सेब और केले का भेद
लॉरेंस वेल्क के
रांमान्स कण्टाडो वाय फलेमेंकों का भी।
जैसे मैं करता हूं भोजन तहज़ीबों और ज़ुबानों का
वो मेरी पूँछ बन जाते हैं
गार्सिया मार्खेज की पूंछ सा
जीरा नहीं होता हैं अच्छा अकेला
कीड़े छछून्दर बना देते हैं उनमें छेद
और हम सब निर्माण की अवस्था में हैं
अँग्रेज़ी से अनुवाद — दुष्यन्त