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अेक सौ उणचास / प्रमोद कुमार शर्मा
Kavita Kosh से
भाखा रै ताण
जींवता है मिंदर
-मैजिद
-चरच
-गुरुद्वारा
पण भाखा साव अेकली
काळजै फाटै बीं रै बुसबुसिया
सगळी व्याकरण सूं अलोप
सत बीं रो ऊभो है
कळजुग री रेलगाडी रै अेक कूणै
जोवै बाट उण टेसण री
जठै उतरणो है उणनैं
अर पै'र लेवणी है फूलमाळावां।