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अेक सौ सत्ताईस / प्रमोद कुमार शर्मा
Kavita Kosh से
कतार सूं कतार तांई री दूरी
-है जरूरी
फसल रै सांवठै विगसाव सारू
पण अबै :
लोग पसुआं री ढाळ
अेक-दूजै रै खेत मांय बड़ै है
भावां सूं भाव
अर विचारां सूं विचार लड़ै है
मरणै री त्यारी
-है पूरी।