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आँखों से जो टपके है सितारे लिखो / मोहम्मद इरशाद


आँखों से जो टपके हैं सितारे लिखो
ज़िन्दगी के हैं ये सब नज़ारे लिखो

चमचमाते इन सितारों को भी बाँट लें
एक मुट्ठी मेरे सब तुम्हारे लिखो

डूब रहा हूँ मुझे तू डूबने दे
अपनी किस्मत में तुम किनारे लिखो

गर वतन पे मरना है तो सोचना है क्या
नाम सबसे पहले तुम हमारे लिखो

एक पल में सौ बार हम जीये-मरे
इस तरह से हमने दिन गुज़ारे लिखो

जाने उनका होगा क्या ये सोचता हूँ मैं
ये तो सब के सब हैं बेसहारे लिखो

माना तेरी नज़रों में ‘इरशाद’ कुछ नहीं
दिल की धड़कन है वो हमारे लिखो