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आँख मिचौनी / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ
Kavita Kosh से
खेले आँख-मिचौनी आओ,
प्यारे बच्चों सब आ जाओ।
भैया आओ, मुनिया आओ,
बंटी, पप्पू तुम भी आओ।
भैया कि आँखों पर पट्टी,
बाँधें आओ, तुम सब आओ।
यह सबको छूने आएगा
हम सब भागें जल्दी आओ।
खेले आँख-मिचौनी आओ,
खेले आँख-मिचौनी आओ।