आंग्ल नववर्ष / बाबा बैद्यनाथ झा
आंग्ल वर्ष लेकर आया है,
जग में नूतन हर्ष।
सब प्रकार से विकसित हो अब,
अपना भारतवर्ष।
नहीं रहेगी यहाँ दीनता,
सब होंगे खुशहाल।
शीघ्र हटेगा इस धरती से,
कोरोना का काल।
अब होगी प्रारम्भ यहाँ पर,
औषधि की शुरुआत।
रोग निरोधक सूई से सब,
पा लें शीघ्र निजात।
सुप्त कार्य पुनि चालू कर हम,
लाएँगे उत्कर्ष॥
सब प्रकार से विकसित हो अब,
अपना भारतवर्ष।
वैज्ञानिक सब लगे हुए हैं,
करे नयी नित खोज।
शक्ति देश की बढ़ती जाती,
द्रुतगति से अब रोज।
चकित विश्व की आज निगाहे,
देख रहीं इस ओर।
सभी चाहते आज पकड़ना,
भारत माँ की डोर।
विश्व समस्या का भारत ही,
दे सकता निष्कर्ष॥
सब प्रकार से विकसित हो अब,
अपना भारतवर्ष।
पाकिस्तानी दहशत में हैं,
डरा हुआ है चीन।
छीनी हुई सभी धरती को,
भारत लेगा छीन।
सब विवाद से बचना चाहें,
भारत दिखता काल।
हुआ पाक भी लड़ते लड़ते,
अब पूरा कंगाल।
मिट जाएगा पाक करे अब,
भारत से संघर्ष॥
सब प्रकार से विकसित हो अब,
अपना भारतवर्ष।