भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
आंतरो / कुंदन माली
Kavita Kosh से
राजा डूबौ राणी में
और माछल़ी पाणी में
बाकी सै गुड़धाणी में
राजा राजी बूं टी सूं
और माछल़ी चूं टी सूं
बाकी बंधिया खूंटी सूं
राजा बसियो म्हेलां में
और माछली सैलां में
बाकी सैंग झमेलां में
राजा घूमै बागां में
और माछल़ी रागां में
बाकी सूखा फागां में
राजा घापै धरामां सूं
और माछल़ी भरमां सूं
बाकी बचिया करमां सूं
राजा राजी तोल़ा सूं
और माछल़ी रोल़ा सूं
बाकी भाटा-टोल़ा सूं ।