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आई है फूलों की बहार / ब्रजभाषा

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

आई है फूलों की बहार, बधाई होवै।
पहली बधाई याके, बाबा कू होवै।
दादी न गाए मंगला चार, बधाई होवै। आई है फूलों...
दुजी बधाई याके, ताऊ कू होवै।
ताई ने गाए मंगलाचार, बधाई होवै आई है फूलों...
तीजी बधाई याके, चाचा कू होवै।
चाची ने गाए मंगलाचार, बधाई होवै। आई है फूलों...
चैथी बधाई याके, फूफा कू होवै।
बुआ ने सतिए लगाए बधाई होवै। आई है फूलों...
पाँचवीं बधाई याके, नाना कू होवै।
नानी ने भेजो छुछक आज, बधाई होवै। आई है फूलों...
छटी बधाई याके, मामा कू होवै।
मामी ने गाए मंगलाचार, बधाई होवै। आई है फूलों...
सातवीं बधाई याके, बाबुल कू होवै।
आँगन में छाई खुशियाँ आज, बधाई होवै।
आई है फूलों की बहार, बधाई होवैं।