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आखर री औकात, पृष्ठ- 18 / सांवर दइया
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बधता जावो
बै मुळकै, मुळको
पूंछ हिलावो
०००
चूंच सूं चुग्गो
गीत सोवणा, चीं-चीं
म्हैं देखूं, रोवूं !
०००
ऐ चिणा सागी
थे खावो शौकिया, म्हे
मरता चाबां
०००
ओढूं चेहरा
म्हारै मांय कित्त म्हैं
म्हनै ठा कोनी
०००
आभै सूं होड
कुम्भीपाक सूं माड़ो
फारसरोड़
०००