राजी हुया म्हैं
आखो आभो नापांला
पंख गायब
०००
अंधारो राजा
सूरज नै सुणावै
फांसी री सजा
०००
मालक व्है’र
पोखण रै नांव थे
रगत चूसो
०००
लाय-बुझाय’र
थे भम्पू बजवावो
खाली धूंवो हो
०००
इत्ती-सी जान
ऐ सात आसमान
फेर तूफान
०००
राजी हुया म्हैं
आखो आभो नापांला
पंख गायब
०००
अंधारो राजा
सूरज नै सुणावै
फांसी री सजा
०००
मालक व्है’र
पोखण रै नांव थे
रगत चूसो
०००
लाय-बुझाय’र
थे भम्पू बजवावो
खाली धूंवो हो
०००
इत्ती-सी जान
ऐ सात आसमान
फेर तूफान
०००