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आजकल / नवनीत पाण्डे
Kavita Kosh से
समंदर में नहीं तैरती मछली
मछली में तैरता है समंदर
नहीं है कुछ भी
बाहर के बाहर
और न ही कुछ
अंदर के अंदर
शेरनियां जनने लगी है चूहे आजकल
सांपिनों की कोख से
पैदा हो रहे हैं बंदर