आत्मा रंजन / परिचय
जन्म : 18 मार्च 1971 को शिमला के निकट गाँव हरीचोटी चनारडी (धामी) में एक साधारण किसान परिवार में।
शिक्षा : एमए,एम फिल (हिन्दी साहित्य) हि॰प्र॰ विश्वविद्यालय शिमला से।
सृजन : देश भर की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं यथा पहल, नया ज्ञानोदय, वागर्थ, कादम्बिनी, शुक्रवार, कथादेश, बया, कथन, समकालीन भारतीय साहित्य, समावर्तन, जनपथ, प्रसंग, शिखर, आकंठ, कृतिओर, विपाशा, इरावती, पर्वतराग, रविवारी जनसत्ता, रसरंग आदि में कविताओं के अलावा कुछ कहानियाँ और समीक्षाएं आदि भी प्रकाशित। कुछ रचनाएँ संपादित संग्रहों में भी प्रकाशित ।
कविता संग्रह ‘पगडंडियाँ गवाह हैं’ अंतिका प्रकाशन से 2011में प्रकाशित एवं व्यापक रूप से चर्चित । देश की अनेक प्रतिष्ठित पत्रिकाओं और महत्वपूर्ण आलोचना पुस्तकों में इन कविताओं पर अनेक महत्वपूर्ण आलोचक/समीक्षकों के आलेख प्रकाशित। नामवर सिंह, मैनेजर पांडे से लेकर अनेक महत्वपूर्ण युवा आलोचकों ने संग्रह की इन कविताओं पर विस्तृत टिप्पणियों/आलेखों द्वारा अपना अभिमत दिया।
पंजाबी व हिंदी के सुपरिचित कवि/अनुवादक अमरजीत कौंके द्वारा यह समूचा संग्रह पंजाबी में पुस्तकाकार अनूदित व प्रकाशित।
अनेक कविताओं का अंग्रेज़ी, पंजाबी, उर्दू, गुजराती, मलयालम, बांग्ला, असमिया, नेपाली आदि में अनुवाद भी प्रकाशित ।
सुपरिचित कवि/अनुवादक मीनाक्षी एफ. पॉल द्वारा अनूदित एक कविता हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के स्नातक अंग्रेजी पाठ्यक्रम में भी शामिल।
सम्मान : युवा शिखर साहित्य सम्मान (शिमला) - 2010, सूत्र सम्मान (छतीसगढ़) - 2014, सृजनलोक युवा कविता सम्मान (चेन्नई) - 2016, ओकार्ड इंडिया (दिल्ली) के साहित्य सृजन सम्मान - 2017, नवल प्रयास साहित्य भूषण सम्मान - 2018, कल्पतरु (नोएडा) के सृजन सम्मान - 2018 से सम्मानित।