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आदतन मोची की निगाह / हेमन्त शेष

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आदतन मोची की निगाह
सबसे पहले पड़ती है
हरेक के जूतों पर

नाई की खोपड़ियों पर
और कवि की कहां ?

इसका जवाब देती है -
उसकी अच्छी या बुरी कविता !