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आदत - 1 / समझदार किसिम के लोग / लालित्य ललित
Kavita Kosh से
लोग लिख रहे हैं
छप रहे हैं
रॉयल्टी जा रही है
संस्करण निकल रहे है।
लेखक मर गया
बच्चों ने किताब बेच दी
प्रतीक चिन्ह किनारे कर दिए
मगर रॉयल्टी से
परिवार खुश है
पैसा किसको बुरा लगता है
आने दो
चाहे तरीका सही हो
या गलत
आदत खराब हो चुकी है
अब
सुधरने वाली इतनी
जल्दी नहीं