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आदमी की ज़रूरत / माशा कालेको
Kavita Kosh से
किसी को ज़रूरत होती है
सिर्फ़ द्वीप की
और वह समुद्र में खो जाता है
किसी को ज़रूरत होती है
एक आदमी की
और वह बहुत ज़रूरी हो जाता है
रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय