भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
आदमी से प्यार करो / मथुरा प्रसाद 'नवीन'
Kavita Kosh से
आदमी के आदमी जोड़ना
बड़ी मोस्किल हे,
धरम अउ जात के
तोड़ना बड़ी मोस्किल हे
जात के जात हे दुस्मन
धरम के धरम हे,
धरमी उपदेस के हे
तनी सरम हे
कहऽ हे जीवन सफल हो
सीताराम जपला से
मनुष्य में जनमै के फल हो
इह तो करनी हो,
धरम करम
गरीब के
नाक पर नहरनी हो
धरम हे आदमी के
आदमी से प्यारा करो
दुख अगर एलो हे
दुख के उपचार करो।