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आधी नींद में पूरी बातचीत / राजकमल चौधरी
Kavita Kosh से
आप कह दीजिए बीती हुई किताबों को अब
फिर दुहराएँगे नहीं ।
(स्वास्थ्य एक पतित शब्द है)
अपनी नींद में भी
शरीर तो अपना ही शरीर होगा
मारिजुआना... मर्जिना... मरजाना... मरजाना
स्त्रियाँ पुल हैं
एक बार एक जंगल में एक अदद
आदमी रहता था
मैंने एक पुल बना दिया यहाँ-वहाँ यहाँ-वहाँ
बीती हुई किताबों को
मत दुहराइए
आदमी ग़ायब हो गया...
जंगल रहता था
जंगल रहता है
जंगल में सिर्फ़ एक औरत अब रहती है
अपनी नींद में भी
आप कह दीजिए
मैं चुप हूँ !