भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
आपके वास्ते सरकार बहुत अच्छा है / राज़िक़ अंसारी
Kavita Kosh से
आपके वास्ते सरकार बहुत अच्छा है
लोग होते नहीं बेदार बहुत अच्छा है
दर्द चहरे से उजागर नहीं होने देता
मेरे अंदर का अदाकार बहुत अच्छा है
बोलना झूट बुरी बात ग़लत बात मगर
उनसे कहना दिले बीमार बहुत अच्छा है
सुबह की चाय में कड़वाहटें भर देता है
आज आया नहीं अख़बार बहुत अच्छा है
दोस्ती के लिए करनी थी किसी को तो पहल
आपने फेंक दी तलवार बहुत अच्छा है
जीतने वालों के मिलते ही नहीं नाम व निशां
इश्क़ में तुम को मिली हार बहुत अच्छा है