भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
आपदा / समृद्धि मनचन्दा
Kavita Kosh से
प्यारी लड़की…
तुम्हारे पास
अधिकतर
दो ही विकल्प होंगे
लड़ना
या चुप
रह जाना
तुम कोई भी
चुनाव करो
भीतर
कुछ मर जाएगा