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आपने गांव के लिए / राजेन्द्र देथा
Kavita Kosh से
जिस दिन पूछा जाएगा मुझे
मेरे गाँव के अस्तित्व के बारे में
टुटी झौंपडियों के बारे में
गांव में खेल रहे नादानों के बारे में
मैं नामजद करवाऊंगा
शहर के कुछ बनियों और
गांव के कुछ नवविवाहिताओं के नाम!