वेद-ज्ञान के जे निर्माता
आदि ब्रह्म के पहिलोॅ ज्ञाता
विश्व केॅ राह दिखावै वाला-
आपनोॅ भारत ।
कला-ज्ञान, साहित्य के संगम
जहाँ प्यार के सगरो सरगम
विश्व केॅ शुन्य सिखावै वाला-
आपनोॅ भारत ।
नानक, सूर, कबीर के भूमि
महावीर प्रभु, बुद्ध के भूमि
धरम-करम के जग मेॅ शाला-
आपनोॅ भारत ।
सदा शांति के जे अनुगामी
सात नदी, गिरिराज के स्वामी
सौंसे जग मेॅ अजब निराला-
आपनोॅ भारत ।
रचनाकाल-२० जनवरी 2012