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आप आयेंगें जान आयेगी / रंजना वर्मा

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आप आयेंगे जान आयेगी
पंछियों में उड़ान आयेगी

ये कलम आप की बदौलत ही
ले के' खुशियाँ महान आयेगी

जिंदगी खुशनसीब है उसकी
ले मुहब्बत की खान आयेगी

ख़्वाब आँखों मे डूब जायेंगे
जब नदी की उफान आयेगी

रुख करेगी इधर मसर्रत तो
साथ ले कर जहान आयेगी

प्रीति मचलेगी जब निगाहों में
तब बड़ी आन बान आयेगी

होगी मायूस जब जमाने से
तब खुशी इस मकान आयेगी