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आभो: दो / ओम पुरोहित ‘कागद’
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ओम पुरोहित ‘कागद’
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भोत अंधारो है
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आभो
घर बादळ रो
सासरो बिरखा रो
बिरखा बीनणीं
आवै कियां
साव परबारी
मुरधर पीवरियै
बिनां भेज्यां।