भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

आम आदमी के जीवन का मोल / इराक्ली ककाबाद्ज़े / राजेश चन्द्र

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मेरे देश में,
जहाँ भरे पड़े हैं विपुल संख्या में
पुजारी और कवि,

एक आम आदमी के
जीवन का मोल

नगण्य है घास-फूस तक से...

अँग्रेज़ी से अनुवाद : राजेश चन्द्र

लीजिए, अब इसी कविता का जार्जियाई भाषा से अँग्रेज़ी अनुवाद पढ़िए
              Irakli Kakabadze

In my homeland,
Where priests and poets
Abound,
A man’s life
Is worth less than straw . . .

Translated from Georgian by Mary Childs