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आयकोॅ गुरु आरो शिष्य / मथुरा नाथ सिंह ‘रानीपुरी’
Kavita Kosh से
1.
गुरु रोॅ हाल
करै छै नी हिसाब
चावल-दाल
2.
गुरु के धंधा
मुर्गा-मुर्गी गिनै में
दै छै ऊ कंधा।
3.
यहेॅ इंसाफ
विद्यालय सें देखोॅ
पढ़ाय साफ।
4.
छेकै नी धोखा
बच्चा केॅ खिलाय छै
खिचड़ी चोखा।
5.
पढ़ाय बन्द
अंडा-करी खाय केॅ
मुसरचन्द।
6.
के नाय मानै
गुरुजी केॅ देखोॅ नी
गदहा गीनै।
7.
गुरु नै ब्रह्मा
नाय आबेॅ ऊ विष्णु
नाय महेश।
8.
छेकै पढ़ाय
मन बहलाबै छै
हंडा दिखाय।
9.
छेकै नी शिक्षा
रोजे भोज करी ऊ
दै छै नी दीक्षा।
10.
शिक्षा सुधार
अनपढ़ बनावै
छै सरकार।
11.
कैन्होॅ पोषण
पौष्टिक आहार या
शिक्षा शोषण।
12.
गुरु गिनै छै
गदहा आ सूअर
शिष्य टुअर।