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आर्टिना के लिए / बालकृष्ण काबरा 'एतेश' / लैंग्स्टन ह्यूज़
Kavita Kosh से
मैं लूँगा तुम्हारा हृदय।
मैं लूँगा तुम्हारी आत्मा
तुम्हारी देह से बाहर
मानो हूँ मैं ईश्वर।
मैं नहीं होऊँगा सन्तुष्ट
तुम्हारे हाथों के स्पर्श से
न ही केवल तुम्हारे होठों की मधुरता से।
मैं लूँगा तुम्हारा हृदय अपने लिए।
मैं लूँगा तुम्हारी आत्मा।
जब बात तुम्हारी हो,
मैं होऊँगा ईश्वर।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ’एतेश’