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आलू / वास्को पोपा / सोमदत्त
Kavita Kosh से
अनमना रहस्यमय
मुखड़ा धरती का
वह बोलता है
आधी रात को उँगलियों से
भाषा शाश्वत दोपहर की
कनखे फोड़ता है वह
अनपेक्षित सूर्योदय लिए
अपनी स्मृतियों के भण्डार में
सिर्फ़ इसलिए
कि उसके हृदय में
सोता है सूर्य
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सोमदत्त'