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आल्हा ऊदल / भाग 6 / भोजपुरी

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बावन गज के धोती बाँधे खरुअन के चढ़ल लँगोट
अस्सी मन के ढलिया है बगल में लेल लगाय
तीस मन के जब नेजा है हाथन में लेल लगाय
बाँक दुआल पड़ल पंजड़ तक तर पल्ला पड़ल तरवार
छप्पन छूरी नौ भाला कम्मर में ढुले बनाय
बूता बनाती गोड़ सोभै जिन्ह का गूँज मोंछ फहराय
बावन असरफी के गल माला हाथन में लेल लगाय
भूजे डण्ड पर तिलक बिराजे परतापी रुदल बीर
फाँद बछेड़ा पर चढ़ गैल घोड़ा पर बैल असवार
घोड़ा बेनुलिया पर बघ रुदल घोड़ा हन्सा पर डेबा बीर
दुइए घोड़ा दुइए राजा नैना गढ़ चलल बनाय
मारल चाबुक है घोड़ा के घोड़ा जिमि नव् डारे पाँव
उड़ गैल घोड़ा सरगे चल गैल घोड़ा चाल बरोबर जाय
रिमझिम रिमझिम घोड़ा नाचे जैसे नाचे जंगल के मोर
रात दिन का चलला माँ नैना बढ़ लेल तकाय
देखि फुलवारी सोनवा के रुदल बड़ मगन होय जाय
डेबा डेबा के गोहरावे डेबा सुनव् बात हमार
डेरा गिरावव् फुलवारी में प्रक निंदिया लेब गँवार
बड़ा दिब्य के फुलवारी है जहवाँ डेरा देल गिराय
घुमि घुमि देखे फुलवारी के रुदल बड़ मंगन होय जाय
देखल अखाड़ा इन्दरमन के रुदल बड़ मंगन होय जाय